भगवानी रंगीनी : ज्योति अग्रवाल की सफलता की कहानी …
बिलासपुर महिलाएं शादी के बाद कैरियर और परिवार के बीच जूझती संघर्ष करती है मगर बिलासपुर की “ज्योति अग्रवाल” अपनी सूझबूझ और रचनात्मकता से ये साबित कर दिया कि यदि थोड़ा मानसिक परिश्रम किया जाए तो घर बैठे भी अच्छी आमदनी हो सकती है और वह भी बिना अपने बच्चों और पति के समय में कटौती किए। इस कार्य से कुछ ही घंटे काम कर के लाखों की कमाई की जा सकती है । बिलासपुर की ज्योति अग्रवाल ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया ज्योति ने एक साइड बिजनेस शुरू किया जिसमें वे अपने रंग-बिरंगे कपड़ों से रंग बिरंगी भगवान की पोशाक बनाती है। इस व्यापार ने उन्हें घर बैठे कुछ ही दिनों में लाखों की कमाई करने में सफलता दिलाई।
भगवान की पोशाक बनाने की कला
ज्योति अग्रवाल पहले कपड़ों के विभिन्न रंग खरीद कर लाती है। फिर इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेती है। इन टुकड़ों को मिक्स कर इसे पोशाक का आकार में सेट कर मनचाहे आकार में काट कर ग्लू की मदद से नए नए डिजाइन में भगवान के पोशाक बनाकर अपने उत्पाद को घर में ही दुकान पर बेचती है और अच्छी खासी कमाई कर लेती है।
सफलता की नई परिभाषा ज्योति अग्रवाल की कहानी हमें यह सिखाती है कि समर्पण
और सृजनात्मकता से किसी भी स्थिति में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
उनकी
यह
उपलब्धि न
केवल उनके लिए बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणा
का
स्रोत
है
।