
मस्तूरी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत जोधरा में शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा बड़े ही श्रद्धा और उल्लास के साथ निकाली गई। सुबह 6 बजे मंगल आरती से शुरू हुए इस दिव्य उत्सव में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। जैसे-जैसे समय बीतता गया, श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही और वातावरण भक्तिमय हो गया।
महाप्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ गुंडिचा यात्रा पर निकले। भगवान की यह यात्रा सिर्फ धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि भक्त और भगवान के बीच के रिश्ते को और गहरा करने का पर्व है। पुजारी पंडित दिनेश तिवारी ने बताया कि भगवान स्वयं अपने भक्तों के बीच पहुंचते हैं, जिससे यह रथयात्रा और भी विशेष बन जाती है।

ग्रामवासियों ने पूरे श्रद्धा भाव से रथ का रस्सा खींचा और पूरे गांव में भ्रमण किया। उपसरपंच राम तिवारी ने कहा, “भगवान यहां राजा नहीं, प्रेमी पिता, भाई और मित्र की तरह आते हैं।” विकास तिवारी ने इसे “आध्यात्मिक लोकतंत्र का उत्सव” बताते हुए कहा कि यहां भगवान केवल मंदिरों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि हर उस व्यक्ति के हो जाते हैं जो उन्हें प्रेम से पुकारता है।
गांव के पुरुष, महिलाएं और बच्चे इस आयोजन में पूरे उत्साह से शामिल हुए और भगवान के दर्शन कर अपने को धन्य माना। जोधरा गांव की यह रथयात्रा, आस्था, भक्ति और सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण बनी।